Ayodhya News : पुलिस ने सॉल्वर गैंग का हिस्सा होने के संदेह में तीन व्यक्तियों को पकड़ा, जिससे एक प्रवेश गिरोह के अस्तित्व का खुलासा हुआ
अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ की वाइस प्रिंसिपल नीमा वीपी ने 6 फरवरी, 2024 को अयोध्या कोतवाली में ग्यारह छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. सभी के चेहरे पर संदेह के भाव थे.
![Ayodhya News : पुलिस ने सॉल्वर गैंग का हिस्सा होने के संदेह में तीन व्यक्तियों को पकड़ा, जिससे एक प्रवेश गिरोह के अस्तित्व का खुलासा हुआ](https://www.divyauttarpradesh.com/uploads/images/202404/image_870x_662be046865fc.jpg)
अयोध्या : टेस्ट सॉल्वर का इस्तेमाल कर एडमिशन के लिए हजारों रुपये की मांग करने वाले एक ग्रुप का अयोध्या पुलिस ने खुलासा किया है. एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अयोध्या पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है।
स्वीकारोक्ति: गिरोह का खुलासा
एसएसपी राज करण नैय्यर ने दावा किया कि एक समूह ने छात्रों से हजारों रुपये चुराए और उन्हें बी.एससी. लेने के लिए मजबूर किया। सीनेट की जांच में नर्सिंग प्रवेश परीक्षा का खुलासा हुआ था। इस गिरोह में तीन गिरफ्तार सदस्य हैं. पकड़ा गया अभियुक्त अजय सिंह जनपद सिद्धार्थनगर के पुरवा रेहरा खुर्द, पोस्ट रेहरा कला, थाना कठेला समय माता का निवासी है। इसके विपरीत, सचिन रागवंशी थाना खैराबाद, जिला सीतापुर के छोटी लाइन रेलवे कॉलोनी में रहते हैं, जबकि रितांशु मौर्या, मुहल्ला रखरौरा, थाना रामनगर, जिला बाराबंकी में रहते हैं।
विद्यार्थियों के ख़िलाफ़ मामला लाया गया
एसएसपी के मुताबिक, छह फरवरी 2024 को अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ की वाइस प्रिंसिपल नीमा वीपी की ओर से अयोध्या कोतवाली में ग्यारह छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था. इन सभी ने संदेह के आधार पर खुद को अयोध्या मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। एफआईआर में पकड़े गए तीन प्रतिवादियों का कोई नाम नहीं था। उनकी खोज के बाद अयोध्या पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है। तीनों पर अयोध्या और लखनऊ में आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। पूरी स्थिति पर अभी भी अधिकारियों की नजर है.
इस दस्ते को प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में नियुक्त किया गया था।
सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी राजकरन नैय्यर ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित की गयी. शुक्रवार को, मुखबिर ने खुलासा किया कि कुछ व्यक्तियों पर बीएससी में प्रवेश पाने के लिए सीनेट परीक्षा का उपयोग करने का संदेह है। नर्सिंग प्रवेश परीक्षा और छात्रों को समस्या का समाधान करने वाला बताकर उनसे हजारों रुपये हड़पने वाले एक स्थान पर एकत्र हुए थे। जब पुलिस दस्ता निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचा, तो उन्होंने उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान अपराध स्वीकार करने के बाद संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और अन्य कदम उठाए गए हैं। लखनऊ के नाका हिंडोला थाने में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस अपनी जांच कर रही है.
What's Your Reaction?
![like](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/dislike.png)
![love](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/love.png)
![funny](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/funny.png)
![angry](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/angry.png)
![sad](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/sad.png)
![wow](https://www.divyauttarpradesh.com/assets/img/reactions/wow.png)